1 min 0 समीक्षा कुंवर नारायण की कविताओं में मिथकीय चेतना डॉ. उमेश कुमार शर्मा August 26, 2025 हिन्दी के नये कवियों में कुंवर नारायण का नाम अत्यन्त सम्मान से लिया जाता है।… Read More
1 min 0 समीक्षा मुक्तिबोध की कविताओं में फैंटेसी डॉ. उमेश कुमार शर्मा August 25, 2025 प्रगतिवाद और प्रयोगवाद के बीच से अपने मार्ग संधान करने वाले कवि मुक्तिबोध ने मानव-जीवन… Read More
1 min 0 समीक्षा अस्मितामूलक विमर्श : अर्थ, स्वरूप और सिद्धांत डॉ. उमेश कुमार शर्मा August 17, 2025 ‘अस्मिता’ शब्द संस्कृत भाषा के ‘अस्मिन’ से बना है। इसमें मूल धातु है- ‘अस्मि’, जिसका… Read More
1 min 0 समीक्षा बाणभट्ट की आत्मकथा : एक समीक्षा डॉ. उमेश कुमार शर्मा August 13, 2025 आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी (1907-1979 ई.) हिन्दी के ऐसे ऐतिहासिक उपन्यासकार हैं, जिनके उपन्यास इतिहास के… Read More
1 min 0 समीक्षा मैला आँचल : वस्तु और शिल्प डॉ. उमेश कुमार शर्मा August 13, 2025 ‘मैला आँचल’ हिन्दी के चर्चित कथाकार फणीश्वरनाथ रेणु रचित आंचलिक उपन्यास है, जिसका प्रकाशन सन्… Read More
1 min 0 समीक्षा शेखर : एक जीवनी का कथा-शिल्प डॉ. उमेश कुमार शर्मा August 11, 2025 ‘शेखर एक जीवनी’ ससच्चिदानंद हीरानंद वावात्स्यायन ‘अज्ञेय’ का बहुचर्चित उपन्यास है, जिसके दो भाग प्रकाशित… Read More
1 min 0 समीक्षा गोदान : ग्रामीण जीवन और कृषि संस्कृति का महाकाव्यात्मक उपन्यास डॉ. उमेश कुमार शर्मा August 5, 2025 ‘गोदान’ प्रेमचंद रचित एक वृहद् औपन्यासिक कृति है, जिसका वर्ण्य विषय अत्यन्त व्यापक है। इस… Read More
1 min 0 समीक्षा गोदान : कृषक जीवन की त्रासदी डॉ. उमेश कुमार शर्मा August 4, 2025 ‘गोदान’ कथा-सम्राट मुंशी प्रेमचन्द द्वारा लिखा गया वह औपन्यासिक कृति है, जिसे कृषक जीवन का… Read More
1 min 0 समीक्षा गोदान : शीर्षक की सार्थकता डॉ. उमेश कुमार शर्मा August 4, 2025 कथा-सम्राट प्रेमचंद द्वारा रचित उपन्यास ‘गोदान’ हिन्दी उपन्यासों में शीर्षस्थ है। अपनी सहज प्रवाहपूर्ण शैली,… Read More
1 min 0 समीक्षा देवसेना : प्रसाद-साहित्य की उदात्त कल्पना डॉ. उमेश कुमार शर्मा July 30, 2025 देवसेना प्रसाद साहित्य की सर्वोत्तम कल्पना है। ‘स्कन्दगुप्त’ नाटक में यद्यपि यह कल्पित स्त्री- पात्र… Read More