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आँखिन देखी

डॉ. उमेश कुमार शर्मा

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ऐसा पाठ पढ़ा पुत्ता…..अपने सिर बिसानी
1 min 0
  • कहानी

ऐसा पाठ पढ़ा पुत्ता…..अपने सिर बिसानी

  • डॉ. उमेश कुमार शर्मा
  • August 18, 2024
गुनेसर को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि गोपी पर कुुुुत्ते का  विष चढ़…
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मर्दानी
1 min 0
  • कहानी

मर्दानी

  • डॉ. उमेश कुमार शर्मा
  • August 18, 2024
– “क्या नाम है?” – “दुलारी देवी।” – “पति का नाम?” – “स्वर्गीय किसुन राय?…
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रहना नहीं देश बिराना…..
1 min 0
  • Blog
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रहना नहीं देश बिराना…..

  • डॉ. उमेश कुमार शर्मा
  • August 16, 2024
घर पहुँचते ही भाई ने बताया कि मौलवी साहब नहीं रहे! तीन महीने पहले ही…
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1 min 0
  • कहानी

लावारिश

  • डॉ. उमेश कुमार शर्मा
  • August 12, 2024
पूस का महीना और कँपकपाती अंधेरी रात,जिसमें कुहरे के विशालकाय पर्वत को दो फाँक करते…
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2 min 0
  • कहानी

वह दीपावली नहीं भूल पाया हूँ…….

  • डॉ. उमेश कुमार शर्मा
  • August 10, 2024
वर्ष 2011 की दीपावली नहीं भूल पाया हूँ अब तक! तब मैं प्रथम श्रेणी से…
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Recent Comments

  1. अनमोल कुमार on राम : भारतीय मानस की सर्वोत्तम कल्पनाApril 6, 2025

    बहुत ही सुन्दर राम सत्य है या असत्य इसका कोई अर्थ हो न हो मगर राम के जीवन से सीखने…

  2. Annu Singh on आभासी तिलस्म में फँसी वर्तमान पीढ़ीOctober 16, 2024

    Hart Taichung sir ...bilkul sahi kaha sir apni 😞😞🤗🙏🙏

  3. Gaurav sharma on आभासी तिलस्म में फँसी वर्तमान पीढ़ीOctober 16, 2024

    वास्तविक सच्चाई 🙏

  4. सर्वेश कुमार। on दलित साहित्य का समकालीन संदर्भSeptember 3, 2024

    वर्तमान परिप्रेक्ष्य में बिल्कुल सही विचार। लेकिन आज़ न तो दलितों को सताने वाले जिन्दा है और न ही जो…

  5. डॉ. उमेश कुमार शर्मा on नदी के द्वीप : गहन अस्तित्वबोध की कविताAugust 12, 2024

    Thanks

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