1 min 0 कविता मां पर नहीं बन पाती है कोई कविता डॉ. उमेश कुमार शर्मा October 15, 2024 संसार का हर भाव समा जाता है मेरे शब्दों में नदी, नाले, पेड़, पहाड़…धरती का… Read More
1 min 0 कविता राजमहल डॉ. उमेश कुमार शर्मा September 22, 2024 राजमहल वह नहीं, जहाँ पर प्रतिक्षण हो रंग-रलियाँ। जहाँ वासना की बजती हो, नयी- नयी… Read More
1 min 0 कविता हमें लड़ना है…. डॉ. उमेश कुमार शर्मा August 31, 2024 हमें लड़ना है उस सत्ता के खिलाफ जो हमारे खिलाफ साजिश में सरीक है हमें… Read More
1 min 0 कविता अच्छे दिन कब आएंगे…. डॉ. उमेश कुमार शर्मा August 31, 2024 अच्छे दिन कब आएंगे…. पूछ रही रही है भूखी जनता अच्छे दिन कब आएंगे? रोजी… Read More
0 min 0 कविता धरती और स्त्री डॉ. उमेश कुमार शर्मा August 31, 2024 किसी ने ठीक ही कहा है… धरती है स्त्री……… उतनी ही सहनशील ममतामयी, जन्मदात्रीपालनकर्त्री…………. स्त्री,… Read More
1 min 0 कविता देह शाश्वत है डॉ. उमेश कुमार शर्मा August 31, 2024 था मैंने, -आत्माएँ अमर हैं देह मरता है बार-बार, लेकिन अब लगता है, -आत्माएँ मर रही… Read More
1 min 0 कविता स्वर्ग से घसीट लाएंगे बच्चे डॉ. उमेश कुमार शर्मा August 29, 2024 बच जाने दो थोड़ी-सी हवा कि कल सांस ले सकेंगे बच्चे रहने दो थोड़ा-सा साफ… Read More
1 min 0 कविता झूठा है महावृत्तांत डॉ. उमेश कुमार शर्मा August 28, 2024 झूठा है महावृत्तांत! झूठी हैं, सब कहानियाँ कुंठित है हमारा इतिहास और पुराण, क्योंकि सत्य… Read More