Skip to content

आँखिन देखी

डॉ. उमेश कुमार शर्मा

  • परिचय
  • कहानी
  • कविता
  • शोध-पत्र
  • समीक्षा
  • ऑडियो
  • विडियो
  • अखबारों में
  • Admin Login

Month: September 2025

  • Home
  • 2025
  • September
हिन्दी : काम भी और नाम भी
1 min 0
  • आलेख

हिन्दी : काम भी और नाम भी

  • डॉ. उमेश कुमार शर्मा
  • September 14, 2025
प्रिय पाठकों! लोग अक्सर पूछते हैं कि आज दुनिया कहाँ से कहाँ चली गयी है!…
Read More
सूरदास के भ्रमरगीत की अंतर्वस्तु
1 min 0
  • आलेख

सूरदास के भ्रमरगीत की अंतर्वस्तु

  • डॉ. उमेश कुमार शर्मा
  • September 14, 2025
हिन्दी साहित्य में ‘भ्रमरगीत-प्रसंग’ उद्धव-गोपी संवाद से सम्बन्धित रचनाओं के लिए प्रचलित है। ऐसी काव्य…
Read More
अस्मितामूलक विमर्श और हाशिए का समाज
1 min 0
  • आलेख

अस्मितामूलक विमर्श और हाशिए का समाज

  • डॉ. उमेश कुमार शर्मा
  • September 11, 2025
बीसवीं सदी के अंतिम दो दशकों में वैश्विक फलक पर उदारीकरण, भूमंडलीकरण और बाजारवाद का…
Read More
1 min 0
  • आलेख

अस्मितामूलक विमर्श और हाशिए का समाज

  • डॉ. उमेश कुमार शर्मा
  • September 11, 2025
अस्मितामूलक विमर्श और हाशिए का समाज बीसवीं सदी के अंतिम दो दशकों में वैश्विक फलक…
Read More
1 min 0
  • आलेख

गूगल की अंधी दौर में गुरु

  • डॉ. उमेश कुमार शर्मा
  • September 4, 2025
‘अप्प दीपो भव’ अर्थात् ‘अपना दीपक स्वयं बनो।’ महात्मा बुद्ध के इस सूक्ति वाक्य की…
Read More

Archives

  • September 2025
  • August 2025
  • July 2025
  • May 2025
  • February 2025
  • January 2025
  • December 2024
  • October 2024
  • September 2024
  • August 2024

Recent Posts

  • हिन्दी : काम भी और नाम भी
  • सूरदास के भ्रमरगीत की अंतर्वस्तु
  • अस्मितामूलक विमर्श और हाशिए का समाज
  • अस्मितामूलक विमर्श और हाशिए का समाज
  • गूगल की अंधी दौर में गुरु

Recent Comments

  1. अनमोल कुमार on राम : भारतीय मानस की सर्वोत्तम कल्पनाApril 6, 2025

    बहुत ही सुन्दर राम सत्य है या असत्य इसका कोई अर्थ हो न हो मगर राम के जीवन से सीखने…

  2. Annu Singh on आभासी तिलस्म में फँसी वर्तमान पीढ़ीOctober 16, 2024

    Hart Taichung sir ...bilkul sahi kaha sir apni 😞😞🤗🙏🙏

  3. Gaurav sharma on आभासी तिलस्म में फँसी वर्तमान पीढ़ीOctober 16, 2024

    वास्तविक सच्चाई 🙏

  4. सर्वेश कुमार। on दलित साहित्य का समकालीन संदर्भSeptember 3, 2024

    वर्तमान परिप्रेक्ष्य में बिल्कुल सही विचार। लेकिन आज़ न तो दलितों को सताने वाले जिन्दा है और न ही जो…

  5. डॉ. उमेश कुमार शर्मा on नदी के द्वीप : गहन अस्तित्वबोध की कविताAugust 12, 2024

    Thanks

Admin Login (Only Dr. Umesh Kumar Sharma)
Login Direct Post Submission
Subscribe Our Newsletter

Total Visitor

002795
Total views : 5385

Copyright © 2025 @ aankhindekhi.com [Dr.Umesh Kumar Sharma] Theme: Blog Posts By Adore Themes.