Skip to content

आँखिन देखी

डॉ. उमेश कुमार शर्मा

  • परिचय
  • कहानी
  • कविता
  • शोध-पत्र
  • समीक्षा
  • ऑडियो
  • विडियो
  • अखबारों में
  • Admin Login

Month: July 2025

  • Home
  • 2025
  • July
देवसेना : प्रसाद-साहित्य की उदात्त कल्पना
1 min 0
  • समीक्षा

देवसेना : प्रसाद-साहित्य की उदात्त कल्पना

  • डॉ. उमेश कुमार शर्मा
  • July 30, 2025
देवसेना प्रसाद साहित्य की सर्वोत्तम कल्पना है। ‘स्कन्दगुप्त’ नाटक में यद्यपि यह कल्पित स्त्री- पात्र…
Read More
स्कन्दगुप्त : प्रसाद-साहित्य का उदात्त चरित्र
1 min 0
  • समीक्षा

स्कन्दगुप्त : प्रसाद-साहित्य का उदात्त चरित्र

  • डॉ. उमेश कुमार शर्मा
  • July 26, 2025
जयशंकर प्रसाद हिन्दी के चर्चित नाटककार हैं। उन्होंने अनेक ऐतिहासिक और पौराणिक नाटकों का सृजन…
Read More
स्कन्दगुप्त : एक विहंगावलोकन
1 min 0
  • समीक्षा

स्कन्दगुप्त : एक विहंगावलोकन

  • डॉ. उमेश कुमार शर्मा
  • July 22, 2025
स्कंदगुप्त : एक विहंगावलोकन डॉ. उमेश कुमार शर्मा हिन्दी नाट्य लेखन परंपरा का प्रवर्तन भारतेन्दु-…
Read More
1 min 0
  • समीक्षा

स्कंदगुप्त : एक विहंगावलोकन

  • डॉ. उमेश कुमार शर्मा
  • July 22, 2025
हिन्दी नाट्य लेखन परंपरा का प्रवर्तन भारतेन्दु- युग में हुआ, परंतु इस विधा को सृजनात्मक…
Read More

Archives

  • September 2025
  • August 2025
  • July 2025
  • May 2025
  • February 2025
  • January 2025
  • December 2024
  • October 2024
  • September 2024
  • August 2024

Recent Posts

  • हिन्दी : काम भी और नाम भी
  • सूरदास के भ्रमरगीत की अंतर्वस्तु
  • अस्मितामूलक विमर्श और हाशिए का समाज
  • अस्मितामूलक विमर्श और हाशिए का समाज
  • गूगल की अंधी दौर में गुरु

Recent Comments

  1. अनमोल कुमार on राम : भारतीय मानस की सर्वोत्तम कल्पनाApril 6, 2025

    बहुत ही सुन्दर राम सत्य है या असत्य इसका कोई अर्थ हो न हो मगर राम के जीवन से सीखने…

  2. Annu Singh on आभासी तिलस्म में फँसी वर्तमान पीढ़ीOctober 16, 2024

    Hart Taichung sir ...bilkul sahi kaha sir apni 😞😞🤗🙏🙏

  3. Gaurav sharma on आभासी तिलस्म में फँसी वर्तमान पीढ़ीOctober 16, 2024

    वास्तविक सच्चाई 🙏

  4. सर्वेश कुमार। on दलित साहित्य का समकालीन संदर्भSeptember 3, 2024

    वर्तमान परिप्रेक्ष्य में बिल्कुल सही विचार। लेकिन आज़ न तो दलितों को सताने वाले जिन्दा है और न ही जो…

  5. डॉ. उमेश कुमार शर्मा on नदी के द्वीप : गहन अस्तित्वबोध की कविताAugust 12, 2024

    Thanks

Admin Login (Only Dr. Umesh Kumar Sharma)
Login Direct Post Submission
Subscribe Our Newsletter

Total Visitor

002795
Total views : 5385

Copyright © 2025 @ aankhindekhi.com [Dr.Umesh Kumar Sharma] Theme: Blog Posts By Adore Themes.