था मैंने, -आत्माएँ अमर हैं
देह मरता है बार-बार,
लेकिन अब लगता है,
-आत्माएँ मर रही हैं,
और देह शास्वत है……
अट्टालिकाओं में रहती हैं प्रेतात्माएं……
डॉ. उमेश कुमार शर्मा
था मैंने, -आत्माएँ अमर हैं
देह मरता है बार-बार,
लेकिन अब लगता है,
-आत्माएँ मर रही हैं,
और देह शास्वत है……
अट्टालिकाओं में रहती हैं प्रेतात्माएं……