अच्छे दिन कब आएंगे….
पूछ रही रही है भूखी जनता
अच्छे दिन कब आएंगे?
रोजी होगी, रोटी होगी
दो वक्त सब खाएंगे….
पूछ रही है भूखी जनता
अच्छे दिन कब आएंगे?
बच्चे रोटी मांग रहे हैं
कहाँ से लाएँ, किससे मांगे
सब भूखे मर जाएंगे…
पूछ रही है भूखी जनता
अच्छे दिन कब आएंगे?
सभी पढ़ेंगे, सभी बढ़ेंगे
नेताजी का वादा था
स्कूल-कॉलेज बेच रहे हैं
उनका यही इरादा था
संविधान भी बदलेंगे ये
ऐसा कानून लाएंगे
पूछ रही है भूखी जनता
अच्छे दिन कब आएंगे?
हर हाथ को काम मिलेगा
और पूरा सम्मान मिलेगा
अच्छे दिन हैं आने वाले
फिर सपने दिखलाएंगे
पूछ रही है भूखी जनता
अच्छे दिन कब आएंगे?
रोटी-पानी नहीं मिलेगा
ऐसा ही अब लगता है
बिन इलाज ही लोग मरेंगे
या जिंदा दफनाएंगे…
पूछ रही है भूखी जनता
अच्छे दिन कब आएंगे?
बिरला टाटा मोटा होगा
हाथ किसान के लोटा होगा
नेता- अफसर खाएंगे
पूछ रही है भूखी जनता
अच्छे दिन कब आएंगे?
गो-रक्षा की बात करेंगे
धरम-करम सिखलाएंगे
मंदिर भी बनवा ही देंगे
फिर से चुनकर आएंगे
पूछ रही है भूखी जनता
अच्छे दिन कब आएंगे?